रिपोर्ट रोबिन वर्मा।
आखिर कौन कहता है कि केवल नौकरी करके लाखों रुपए कमाए जा सकते हैं। अगर आपके पास कुछ करने की लगन मन में मौजूद हो, सही स्ट्रेटजी हो तो आप भी स्वरोजगार के जरिए एक नौकरी पेशा व्यक्ति से कहीं अधिक कमा सकते हैं। स्वरोजगार इस समय उत्तराखंड की सबसे बड़ी जरूरत है। सैकड़ों युवा शहरों की आराम भरी जिंदगी को छोड़कर स्वरोजगार की तरफ मुड़ गए हैं और उन्होंने बेमिसाल उपलब्धि हासिल की है। पशुपालन से लेकर खेती-बाड़ी तक उत्तराखंड के युवा वापस अपनी जमीन पर लौट आए हैं और स्वरोजगार कर आमदनी कर रहे हैं।
आज हम बात कर रहे हैं राजेश बहुगुणा की जो मुंबई से नौकरी छोड़ कर उत्तराखंड के विकास नगर में डेयरी एवं गौशाला चला रहे हैं, और साथ में लोगों को भी दे रहे हैं रोजगार।
राजेश बहुगुणा बताते हैं कि इससे पहले वह मुंबई में रहते थे, लॉकडाउन के समय उत्तराखंड आए और देहरादून रहने लगे उस दौरान, उनके द्वारा जो दूध लिया जाता था उसमें मिलावट और उस दूध में साफ-सफाई उतनी नहीं होती थी, वह बताते हैं कि इसी दौरान राजेश बहुगुणा ने खुद का डेरी और गौशाला खोलने का निर्णय लिया।
राजेश बहुगुणा बताते हैं कि उनके गौशाला से तैयार किये गए प्रोडक्ट को बिक्री करने के लिए उन्होंने गोधन डेयरी खोल रखी है जो कि विकासनगर के रसूलपुर में पास है।
वही इस दौरान राजेश बहुगुणा ने बताया कि वह डेयरी प्रोडक्ट खुद ही तैयार करते हैं, जैसे घी, मक्खन, पनीर, दही आदि और अपनी गोधन डेरी से बिक्री करते हैं।