पिथौरागढ में श्रद्धांजलि सभा
पिथौरागढ़ के नगरपालिका हाल में शहर के साहित्य प्रेमियों और लेखकों ने हिंदी के अप्रतिम कथाकार शेखर जोशी जी को श्रद्धांजलि दी।श्रद्धांजलि सभा में वरिष्ठ पत्रकार बद्रीदत्त कसनियाल, साहित्यकार पत्रकार प्रेम पुनेठा, साहित्यकार शिक्षक चिंतामणि जोशी, सामाजिक कार्यकर्ता उमेश जोशी, गोविंद कफलिया, कवियित्री आशा सौन, कवि नीरज जोशी, आरंभ स्टडी सर्कल के दीपक कापड़ी, विनोद उप्रेती और अनेक छात्र उपस्थित थे।
प्रेम पुनेठा जी ने शेखर जोशी की कालजयी रचनाओं कोशी का घटवार, दाज्यू, बदबू आदि का जिक्र किया और हिंदी साहित्य में उनके योगदान को याद किया।
वरिष्ठ पत्रकार बद्रीदत्त कसनियाल ने शेखर जोशी के संघर्ष और पहाड़ तथा कारखानों की पृष्ठभूमि पर लिखी कहानियों की चर्चा की और कथा साहित्य में शेखर जोशी के अवदान को महत्वपूर्ण बताया।उमेश जोशी और चिंतामणि जोशी ने उनके सरल व्यवहार और संघर्ष पूर्ण जीवन की चर्चा की।
आशा सौन ने शेखर जोशी जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि शेखर जोशी सरल सहज साहित्यकार थे उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
संचालन विनोद उप्रेती ने किया।दिनेश भट्ट ने शेखर जोशी की कुमाउनी कविता और हिंदी कथाओं पर बात रखी।