रिपोर्ट रोबिन वर्मा।
प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ0 विनोद कुकरेती की अध्यक्षता में आज विश्व दृष्टि दिवस जिला चिकित्सालय में मनाये जाने हेतु गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में नोडल अधिकारी अन्धता निवारण कार्यक्रम, डाॅ0 कुलबीर राणा द्वारा बताया गया कि विश्व दृष्टि दिवस प्रत्येक वर्ष अक्टूबर के दूसरे गुरूवार को मनाया जाता है l
इस आयोजन का उद्देश्य दृष्टि हानि और अन्धेपन पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करना है। नोडल अधिकारी द्वारा उक्त कार्यक्रम की जानकारी देते हुये बताया गया कि 80 प्रतिशत दृष्टिविहिनता के कारणों की रोकथाम व बचाव या उपचारित की जा सकती है। इस अवसर पर डाॅ स्निग्धा जोशी, नेत्र शल्यक द्वारा बताया गया कि आखें अनमोल है इन्हें स्वास्थ्य व सुरक्षित रखें, समय-समय पर डायेबिटिक वाले रोगी नियमित अपने परदे की जांच करायें, मोतियाबिन्द होने पर निःशुल्क आॅपरेशन व दृष्टि दोष होने पर तुरन्त अपनी जांच कराकर दृष्टिविहिनता को रोका जा सकता है। साथ ही कार्निया जनित अन्धापन, सक्रमंण होने पर कभी भी स्ट्राइड ड्राप का प्रयोग न करें l
तुरन्त ही जिला चिकित्सालय प्रा०स्वा०केन्द्र/सामु०स्वा०केन्द्र में सम्पर्क करें। इनके द्वारा नेत्र रोगों एवं उनके उपचार के विषय में विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी।
इस अवसर पर प्रमुख अधीक्षक डाॅ बीएस रावत द्वारा विस्तार पूर्वक चर्चा की गयी। गोष्टी का समापन करते हुये मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया की समय-समय पर हम अपनी आखों की देखभाल करके दृष्टिविहिनता को रोक सकते है।
इसके अतिरिक्त मा0 प्रधानमंत्री जी द्वारा टी0बी0 उन्मूलन हेतु चलायी जा रही महत्वकांक्षी निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत मुख्य चिकित्साधिकारी एवं जिला क्षय रोग अधिकारी की अगुवाई में कार्यक्रम के शुभारंभ के अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में टीबी रोगियों को पोषण किट वितरित की गई।