रिपोर्ट अरविंद थपलियाल
जनपद उत्तरकाशी की पहचान पौराणिक माघ मेले को लेकर जिला पंचायत ने मंथन शुरू कर दिया है , यह मेला रामलीला मैदान में इस बार ऐतिहासिक व पौराणिक माघ मेले का भव्य तरीके से आयोजन होगा। दूरभाषा से बातचीत में अध्यक्ष जिला पंचायत दीपक बिजल्वाण ने माघ मेले के आयोजन को लेकर स्पष्ट किया कि इस बार माघ मेला भव्य तरीके से आयोजित होगा। मेला कण्डार देवता व हरि महाराज के सानिध्य में होगा। मेला 14 जनवरी यानि मकर संक्रांति से शुरू होगा लिहाजा मेले का उदघाटन माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के हाथों कराया जाएगा। बिजल्वाण ने कहा कि काशी विश्वनाथ की नगरी में प्राचीन समय से होने वाले माघ पर्व की विशेषता यहां के देवी-देवताओं की धार्मिक संस्कृति से जुड़ी रही है। इसके अलावा स्थानीय लोक संस्कृति से भी यह पर्व जुड़ा है। यह मेला मेले में मित्रों,रिश्तेदारों के अलावा एक दूसरे के मेल-मिलाप को भी नजदीक लाता है और ट्रेडिशन, कल्चर को भी आगे बढ़ाता है।
जिला पंचायत अध्यक्ष ने कहा कि मेला लोक संस्कृति से जुड़ा है लिहाजा स्थानीय संस्कृति के साथ राष्ट्रीय स्तर की संस्कृति को भी इस बार मंच में लाने का प्रयास होगा। उन्होंने कहा कि स्थानीय कलाकारों के अतिरिक्त इस बार माघ पर्व में राष्ट्रीय स्तर के संस्कृति से जुड़े कलाकारों को भी बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि माघ मेले की तैयारियों को लेकर कसरत शुरू कर दी गई है। जल्द ही मेले के आयोजन को लेकर संबंधित विभागों के साथ बैठक कर मेले की व्यवस्थाओं को लेकर विचार-विमर्श किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि उत्तरकाशी का माघ पर्व पौराणिक व धार्मिक संस्कृति से जुड़ा है। इस पर्व का आयोजन जिला पंचायत करती है। मकर संक्रांति से शुरू होकर एक हफ्ते तक माघ मेला चलता है। जिसमे विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते हैं।