ब्यूरो रिपोर्ट रोबिन वर्मा।
मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने आज वर्चुअल माध्यम से मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित कार्यक्रम में उद्यान विभाग द्वारा संचालित की जा रही ₹526 करोड़ की वाह्य सहायतित जायका परियोजना का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि प्रदेश में विभिन्न वाह्य सहायतित एजेंसियां विभिन्न क्षेत्रों में परियोजनाओं को स्वीकृत करने हेतु विशेष रूचि दिखा रही हैं, जो हमारे राज्य के लिए अत्यन्त गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि यह उत्तराखण्ड में औद्यानिकी के क्षेत्र में पहली वाह्य सहायतित परियोजना है, जिसका क्रियान्वयन प्रदेश के 04 पर्वतीय जनपदों टिहरी, उत्तरकाशी, नैनीताल एवं पिथौरागढ़ में किसान उत्पादक संगठनों के सहयोग से किया जाना है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना में सप्लाई चेन व्यवस्था को सुदृढ़ करते हुए Farm to Fork तक की विभिन्न गतिविधियों के क्रियान्वयन से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के कृषकों की आय दोगुना करने के संकल्प को सार्थक करने में अहम भूमिका प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री श्री धामी ने कहा कि राज्य में स्थापित मेगा फूड पार्क में निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से उद्यमियों को भूमि की स्टाम्प शुल्क, बैंक के ब्याज, मंडी से फल एवं सब्जियों की खरीद पर मंडी शुल्क, बिजली के बिल आदि में विशेष छूट प्रदान की जा रही है।
कृषि मंत्री श्री गणेश जोशी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा पूरा प्रयास है कि सन् 2025 तक उत्तराखण्ड हॉर्टिकल्चर के क्षेत्र में देश में प्रथम स्थान में होगा। आगामी 25 दिसम्बर को रूफ गार्डनिंग के क्षेत्र में एक अह्म योजना का शुभारम्भ करने जा रहे हैं जिसमें पायलट प्रोजेक्ट के तहत देहरादून जनपद को शामिल किया गया है। उन्होंने कहा कि हम कोई भी नवीन योजना किसानों से पूरे विचार विमर्श के बाद ही लायी जायेगी। हमने अधिकारियों को भी निर्देश दिये है कि ज्यादा से ज्यादा फिल्ड में रह कर किसानों की समस्याओं का समाधान करने की पूर्ण कोशिश करें।
कैबिनेट मंत्री श्री प्रेमचन्द अग्रवाल ने कहा कि हमारे राज्य में पलायन एक अह्म समस्या है, हार्टिकल्चर के क्षेत्र में हो रहे विभिन्न विकास के कार्य निश्चित रूप से पलायन को रोकने में सक्षम होंगे।
वहीं इस दौरान उत्तरकाशी से आए हुए प्रगतिशील काश्तकारो ने जायाका योजना के शुभारंभ होने पर खुशी जाहिर की , उद्यान सचल दल केंद्र प्रभारी अनूप थपलियाल ने कहा कि जायाका प्रोजेक्ट से काश्तकारों को अधिक से अधिक लाभवंतित करवाया जाएगा, साथि हि यह प्रोजेक्ट उद्यान के क्षेत्र में एक नई क्रांति लाएगा।
इस अवसर पर सचिव कृषि डॉ.बी.आर.सी. पुरूषोतम, निदेशक उद्यान डा. हरमिन्दर सिंह बवेजा, निदेशक कृषि श्री गौरी शंकर, निदेशक रेशम श्री ए.के.यादव, जाइका इंडिया रिप्रजेन्टेटिव श्री जून वातानाबे, प्रिंसीपल डेवलपमेंट सोशलिष्ट जाइका श्री अनुरोग सिन्हा, रिप्रजेन्टेटिव जाइका सूश्री मारिया काटो सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों से आये काश्तकार आदि उपस्थित थे।