ब्यूरो रिपोर्ट रोबिन वर्मा।
किसी ने सही कहा है कि ‘हौसले गर बुलंद हो तो आंधियों में भी चिराग जलते है ‘ इस उक्ति को चरितार्थ किया है उत्तरकाशी जिले के ग्राम कामदा के किसान जय सिंह बिष्ट ने. जिन्होने अपने ही क्षेत्र में स्थानीय उत्पादों पर काम करते हुए कृषि के क्षेत्र में एक मुकाम हासिल कर ली है ।
गौरतलब है कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फोर लोकल का नारा देकर हर क्षेत्र के उद्यमियों को आगे बढ़कर अपने हुनर एवं क्षमता को दिखाने के लिए प्रोत्साहित किया था उसी नारे को जय सिंह बिष्ट ने सार्थक कर न सिर्फ आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर रहे हैं बल्कि अपनी समृद्धि की गाथा भी लिख रहे हैं.
जनपद उत्तरकाशी के विकासखंड चिन्यालीसौड़ के कामदा निवासी जय सिंह बिष्ट ने स्वरोजगार और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक संगठन बना रखा है जो कि स्थानीय उत्पादों पर काम कर रहा हैं जय सिंह बिष्ट ने बताया कि इस समय उनके संगठन मे लगभग 150 महिलाएं जुड़ी है और उनको रोजगार भी मिल रहा है उनके द्वारा ग्रामीण स्तर पर मोटे अनाजों मंडवा, झंगोरा, कोणी, चिणा आदि पर कार्य किया जा रहा है साथ ही बताया कि स्थानीय उत्पादों से तैयार जूस, अचार मिठाई , ऑर्गेनिक चाय पत्ती , चटनी आदि पर भी कार्य किया जा रहा है ।
जय सिंह बिष्ट ने बताया कि इस कार्य को करने के लिए उनकी समिति को कृषि विभाग चिन्यालीसौड़ ने काफी सहयोग किया जिसके लिए जय सिंह बेस्ट एवं क्षेत्र के लोगों ने कृषि एवं भूमि संरक्षण अधिकारी रामनरेश गुलेरिया की सराहना की और बताया कि रामनरेश गुलेरिया के द्वारा कृषि के क्षेत्र में समय-समय पर उनको हर संभव सहयोग किया जाता है।