पिथौरागढ। जिला मुख्यालय के निकट दौला गांव निवासी मयंक कापड़ी अपनी विशिष्ट संगीत शैली के दम पर लगातार नया मुकाम हासिल कर रहे हैं।
मयंक ने दक्षिण भारत के नामी सुपरस्टार ऐक्टर रवि तेजा द्वारा निर्मित पहली तेलगू फिल्म “चांगुरे बंगारू राजा” में दो गाने गा कर क्षेत्र का गौरव बढ़ाया है।
मयंक इससे पहले जाने माने संगीतकार एआर रहमान तथा दक्षिण भारत के कई नामी कलाकारों के साथ काम कर चुके हैं। मयंक कई राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय फिल्मों में अपना योगदान दे चुके हैं । एक ही फिल्म में दो गाने गा कर मयंक इस काम को अपनी बड़ी कामयाबी मानते हैं । मयंक की माता राo प्राo विo कुसौली में प्रधानाध्यापिका हैं व पिताजी जगदीश कापड़ी शहर के प्रतिष्ठित कपड़ा व्यापारी एवं छोटी बहिन वर्षा कापड़ी चिकित्सक है ।
ज्ञात हो कि संगीत छेत्र में करियर बनाने से पहले मयंक एमटैक की डिग्री लेकर विदेश में कई वर्ष काम कर चुके हैं. इंजीनियरिंग व्यवसाय छोड़ कर मयंक ने चेन्नई जाकर म्यूजिक कम्पोज़िशन तथा प्रोडक्शन की पढाई की. अपनी संगीत की पढाई में मयंक विख्यात संगीतकार एआर रहमान निर्मित भारत के सम्मानित म्यूजिक कॉलेज ‘केएम म्यूजिक कंज़र्वेटरी’ में 3 साल लगातार टॉप कर, मैडल ऑफ़ एक्सीलेंस से सम्मानित किये जा चुके हैं.
गायकी और संगीत बनाने में निपुण मयंक ऑर्केस्ट्रा के लिए संगीत लिखने से लेकर, विज्ञापनों, अवार्ड विनिंग शार्ट फिल्म तथा बड़ी बजट की फिल्मो में भी म्यूजिक बनाने का काम कर चुके हैं.
कर्नाटिक संगीत, हिंदुस्तानी तथा वैस्टर्न क्लासिकल संगीत में मयंक ने कई साल तक गायन का प्रशिक्षण लिया है. कर्नाटिक संगीत गायकी में उनकी गुरु डॉ. पद्मासिनि शशिधरन, तथा हिंदुस्तानी संगीत में उनके गुरु श्रीमती असावरी वाइकर, श्री हम्बल शाइन तथा दिल्ली घराना के मेहबूब हुसैन रह चुके हैं.
मयंक की इस सफलता से जनपदवासियों ने खुशी व्यक्त की है।