उत्तरकाशी(रोबिन वर्मा)
उद्यान विभाग के अधिकारियों ने बताया कि उत्तरकाशी जनपद के किसानों को डॉ. वाईएस परमार यूनिवर्सिटी ऑफ हॉट्रीकल्चर एण्ड फोरेस्ट्री नौणी, सोलन, हिमाचल प्रदेश में प्रशिक्षण के लिए रवाना किया गया है।
जनपद के कृषक किवी उत्पादन के क्षेत्र में नवीन उच्च तकनीकी यथा कटाई छटाई, फल पौध रोपण, उर्वरक, जैविक खाद, बडिंग ग्राफ्टिंग, फलों की पैकेजिंग व मार्केटिंग आदि के सम्बन्ध में प्रशिक्षण संस्थान से तकनीक जानकारी प्राप्त कर स्वयं भी लाभ उठाएंगे और दूसरे किसानों को भी नवीन एवं उच्च तकनीक की जानकारी देगें। इससे कि राज्य में सेब उत्पादन एवं उत्पादकता में गुणात्मक वृद्धि होगी। साथ ही कृषकों की आय में वृद्धि होगी।
उद्यान विभाग के द्वारा जिले के किसानों को सेब और कीवी की बागवानी की उच्च तकनीकी का प्रशिक्षण देने केे लिए इस साल नब्बे किसानों को हिमाचल प्रदेश के डा.वाईएस परमार विश्वविद्यालय नौणी सोलन का भ्रमण कराया जाएगा। इस योजना की शुरूआत में जिले के तीस किसानों का पहला दल तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए सोलन रवाना हो गया है।
मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने जिला मुख्यालय से आज किसानों के दल को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी जय किशन ने कहा कि किसानों की आजीविका को बढाने के लिए बागवानी के क्षेत्र में विद्यमान संभावनाओं को देखते हुए जिले के किसानों को सेब एवं कीवी की बागवानी के उच्च तकनीकी प्रशिक्षण देने की व्यवस्था की गई है। इसके लिए बागवानी के क्षेत्र में ख्यातिप्राप्त हिमाचल प्रदेश के डा.वाईएस परमार औद्यानिकी विश्वविद्यालय सोलन में जिले के किसानों को तीन दिन के प्रशिक्षण के लिए भेजा जा रहा है। पहले चरण में जिले से गंगा घाटी के तीस किसान सोलन रवाना किए गए हैं जिनमें से चौदह किसान वाईब्रेंट विलेज से संबंधित हैं। अगले दो चरणों में भी जिले की यमुना घाटी सहित अन्य क्षेत्रों के साठ किसानों को प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा।
इस मौके पर मुख्य उद्यान अधिकारी डा. डीके तिवारी भी उपस्थित रहे।