रिपोर्ट रोबिन वर्मा।
बृहस्पतिवार को अपर यमुना वन प्रभाग, बड़कोट के वन चेतना केंद्र में MAP Cultivation एवं Wallnut Cultivation के संबंध में वन पंचायत सरपंचों, स्थानीय काश्तकारों एवं फील्ड कार्मिकों का एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन उत्तराखंड वानिकी अनुसंधान संस्थान उत्तराखंड, नैनीताल से आये हुये टीम के द्वारा किया गया है । वन वर्धनिक उत्तराखंड नैनीताल से आए प्रशिक्षक श्री बलवंत साही से0नि 0डीoएफoओo के द्वारा वन पंचायत सरपंचों काश्तकारों को औषधीय पौधों के गुण एवं उनके उत्पादन संबन्धित जानकारी दी गई है। विशेष प्रकार से औषधीय पौधों जैसे- लैमन ग्रास, काला जीरा, टिमरू, फेडू,केदार पत्ती ,जिंजर लीली एवं पेशन फ्रूट आदि का उत्पादन कर स्वरोजगार अपनाने हेतु प्रोत्साहित किया गया तथा मेकाडामिया जो कि दुनियां की सबसे महंगी नट है उसके बारे में भी अवगत कराकर इसके उत्पादन हेतु प्रोत्साहित किया गया है, यह मार्किट में 3500/ किलोग्राम की दर से बिकती है । कार्यशाला में उप प्रभागीय वनाधिकारी श्री साधु लाल पलियाल द्वारा भी काश्तकारों को लोकल औषधीय पौधों के लाभों के बारे में अवगत कराते हुए उनके उत्पादन करने हेतु प्रेरित किया गया। रेंज अधिकारी श्री शेखर सिंह राणा ने बताया कि इस प्रशिक्षण से निश्चय ही काश्तकारों व वन पंचायतों को लाभ मिलेगा।
उक्त कार्यशाला में वन क्षेत्राधिकारी नौगांव श्री गोविंद सिंह भंडारी,वन क्षेत्राधिकारी कुथनौर श्री शिव प्रसाद गैरोला, रिसर्च टीम से आए वन क्षेत्राधिकारी व अन्य कार्मिक एवं वन प्रभाग के फील्ड कार्मिक उपस्थित रहे।