सूत्रों से खबर मिली है कि भाजपा हाई कमान ने एक बार फिर से पुष्कर सिंह धामी पर विश्वास जताने का मन बना लिया है। हालांकि कुछ विधायकों ने इसका विरोध करने की बात सामने आ रही है लेकिन
हार की आशंकाओं के व बीच भाजपाा को जीत दिलाने के सफर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी की थी कड़ी मेहनत, खूब बहाया था पसीना, आफिस में बैठने के बजाय पूरे प्रदेश में लगातार किये थे दौरे, लोगों के मन में भाजपा के लिए विश्वास जगाया। यहां तक कि उत्तराखंड का ‘किला’ बचाने के लिए खुद हो गए ‘कुरबान’। माना जा रहा है कि पुष्कर सिंह धामी के द्वारा लगातार अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए ताबड़तोड़ बैटिंग की गई है जिसमें अधिकतर विधानसभाओं में जहां प्रत्याशी कमजोर लग रहे थे वहां पर खुद पुष्कर सिंह धामी ने जनसभाएं की और अपने पार्टी के प्रत्याशियों के पक्ष में वोट मांगने की पुरजोर अपील की। अपने पार्टी के प्रत्याशियों को जिताने के चक्कर में खुद मुख्यमंत्री अपनी विधानसभा की कुर्सी कुर्बान कर गए । सूत्रों का का कहना है कि हाईकमान ने पुष्कर सिंह धामी की कुर्बानी का इनाम देने का मन बनाया लिया है और दोबारा से मुख्यमंत्री की कुर्सी पुष्कर सिंह धामी को सौंपने की तैयारी शुरू कर दी। अभी भी चर्चाओं का बाजार मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर गरम है और अनेकों कयास मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर लगाए जा रहे हैं। आज पुष्कर सिंह धामी राजभवन जाएंगे और राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे और फिलहााल कार्यवााहक मुख्यमंत्री तौर पर रहेंगे, हालांकि चर्चाओं का बाजार गर्म है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नाम के साथ कुछ और नामों पर भी चर्चा चल रही है ।