रिपोर्ट अरविंद थपलियाल
बंदे मातरम ट्रेनिंग एजुकेशन फाउंडेशन के छात्रों ने फाउंडेशन का नाम किया रोशन, पुलिस फिजिकल भर्ती में बेटीयां रही अब्बल। बंदे मातरम एजुकेशन ट्रेनिंग फाउंडेशन के संस्थापक पूर्व सैनिक राजेश सेमवाल लगातार अपने मिशन और मिथक के साथ आगे बढ रहे हैं भले प्रदेश की सरकारें कोई मदद नहीं कर रही हों लेकिन राजेश सेमवाल लगातार युवाओं और युवतीयों को फोर्स की ट्रेनिंग दे रहे है। पूर्व सैनिक राजेश सेमवाल का बंदे मातरम ट्रेनिंग फाउंडेशन पहले पुरोला में चल रहा था उसके बाद बड़कोट के गंगनानी में चलाया गया जिसमें सेकडो़ बेटे और बेटीयां ट्रेनिंग ले रही हैं। राजेश सेमवाल बतातें हैं कि वह ट्रेनिंग के साथ साथ नशे के खिलाफ भी अभियान चला रहे हैं जिससे जनपद उत्तरकाशी व उत्तराखंड का युवा नशे की तरफ ना जाये। बतादें कि बंदे मातरम एजुकेशन ट्रेनिंग फाउंडेशन लगभग 15लड़कीयों और 18लड़कों ने हाल ही में हो रही पुलिस की भर्ती में फिजिकल 90प्रतिशत से उपर 94,96,और अधिकतम 98प्रतिशत बनाया है जो फाउंडेशन की सबसे बडी़ उपलब्धि है। पूर्व सैनिक राजेश सेमवाल के कैंप में नि:शुल्क ट्रेनिंग दी जा रही है ,इसके अलावा रहने खाने की व्यवस्था भी अपने आप सेमवाल कर रहे हैं। पूर्व सैनिक राजेश सेमवाल महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी और उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिहं(से0नि0) व मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर राज्यपाल व सीएम ने नायक राजेश सेमवाल के कार्य की सरहाना की।