रिपोर्ट रोबिन वर्मा।
कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पशुपालन,डेयरी,मत्स्य विभागों की समीक्षा की। तीनों विभागों में स्वरोजगार की अपार संभावनाओं को देखते हुए कैबिनेट मंत्री ने युवाओं एवं महिला सशक्तिकरण को स्वरोजगार से जोड़ने पर जोर दिया। कैबिनेट मंत्री ने तीनों विभागों को व्यापक स्तर पर स्वरोजगार मुहैया कराने को लेकर योजनाओं को शीघ्र धरातल पर उतारने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद को गोट वैली के रूप में विकसित किया जाएगा। इसमें इच्छुक लाभार्थियों को बकरी पालन के लिए प्रोत्साहित कर उन्हें स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। इसके अतिरिक्त डेयरी विभाग से आँचल मिल्क बूथ और मिल्क कैफे जैसे आउटलेट खोले जाएंगे।
मत्स्य विभाग से आजादी का अमृत सरोवर तालाबों औऱ अन्य तालाबों में मछली उत्पादन के जरिए स्थानीय लोगों को स्वरोजगार से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि तीनों विभागों की यह योजना स्वरोजगार से जोड़ने को लेकर कारगर साबित होगी। लिहाजा सभी विभाग अपनी-अपनी योजनाओं को गति देकर धरातल पर उतारना सुनिश्चित करेंगे।
जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देशित किया है कि स्वरोजगार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से योजना को क्रियान्वित करने हेतु पलायन हुए गांव को प्राथमिकता देना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने आँचल मिल्क बूथ और कैफे के संचालन को लेकर स्थान चिन्हित करने के निर्देश सहायक निदेशक डेयरी को दिए। मत्स्य पालन हेतु अमृत सरोवर एवं तालाबों का स्थलीय निरीक्षण कर सीडिंग की आवश्यकता को देखते हुए प्लान बनाने के निर्देश मत्स्य विभाग को दिए। वीसी के बाद जिलाधिकारी ने जीएमवीएन के समीप आँचल मिल्क पालर का भी निरीक्षण किया।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीडीओ गौरव कुमार,मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ भरतदत्त ढोंडियाल, उप मुख्य पशु चिकित्साअधिकारी डॉक्टर विवेकानंद सती ,सहायक निदेशक पीयूष आर्य सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।