रिपोर्ट रोबिन वर्मा।
यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम यात्रा के चलते, पशुपालन विभाग उत्तरकाशी के द्वारा जानकीचट्टी में घोड़ा खच्चर संचालकों को जागरूक करने के साथ साथ सख्त निर्देश भी दिए गए कि यदि कोई घोड़ा खच्चर संचालक बिना बीमा ,बीमार एवं कमजोर घोड़े खच्चर का संचालन करते हुए पाया जाता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी और कहां की बिना बीमा के घोड़े खच्चर को यात्रा मार्ग पर जाने नहीं दिया जाएगा । इस दौरान जिलाधिकारी उत्तरकाशी के निर्देशानुसार यात्रा मार्ग पर जाने वाले घोड़े खच्चर की स्क्रीनिंग की गई साथ ही कमजोर पाए गए घोड़े खच्चर के संचालन पर रोक लगाने के साथ ही चेतावनी दी गई, वहीं इस दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ भरत दत्त ढोंडियाल ने कहा कि बीमार एवं कमजोर घोड़े खच्चर का संचालन करते हुए अगर कोई पाया जाता है तो उसके विरुद्ध पशु क्रूरता अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी। मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी एवं उप – मुख्यपशुचिकत्सा अधिकारी उत्तरकाशी(नोडल अधिकारी चार धाम यात्रा) डॉ. विवेकानंद सती द्वारा यात्रा में तैनात सभी पशुचिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया गया की वे यमुनोत्री धाम की यात्रा में इस्तेमाल होने वाले सभी खच्चरों स्क्रीनिंग , पंजीकरण, बीमा एवं स्वास्थ्य प्रमाण पत्र जारी करने आदि कार्य को युद्ध स्तर पर करें । इस दौरान मौके पर ही 150 घोड़े खच्चर का बीमा किया। इस दौरान डॉ. अनमोल नौटियाल,डॉ. अंकित सिंह, डॉक्टर दीपक मेहरा, पुष्पेंद्र सिंह, कैलाश चौहान प्रदीप , अनुज मिश्रा, विनीत कुमार, जगजीवन आदि उपस्थित रहे।