रिपोर्ट जगदीश कलौनी।
पिथौरागढ। जिला बाल कल्याण समिति ने मुख्यालय से 85 किलोमीटर दूर बरम स्थित आस्था विजन एकेडमी पहुंचकर बच्चों के साथ स्वाधीनता दिवस मनाया। इस दौरान बच्चों और अभिभावकों को बाल विवाह, बाल श्रम, पाक्सो अधिनियम, नशा उन्मूलन आदि पर जानकारी दी।
पलायन का शिकार हो रहे सीमांत बरम क्षेत्र में बाल कल्याण समिति ने बच्चों और अभिभावकों को बालकों के प्रति हो रहे अपराधों के प्रति जागरूक किया। बच्चों को पाठ्य पुस्तकों के साथ ही बाल साहित्य वितरित किया गया। इस अवसर पर विशेष रूप से आमंत्रित जनप्रतिनिधियों और अभिभावकों को बाल विवाह, बाल श्रम, पाक्सो अधिनियम, नशा उन्मूलन आदि पर पर्चे वितरित किए गए।
इस दौरान बच्चों ने शानदार सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। मुख्य अतिथि जिला पंचायत सदस्य गंगोत्री दताल ने स्कूल कीचहारदिवारी के लिए तीन लाख रुपए की धनराशि देने की घोषणा की।
बाल कल्याण समिति की सदस्य रेखा रानी, जगदीश कलौनी, मनोज कुमार पांडेय, सामाजिक कार्यकर्ता कला नगन्याल ने बाल विवाह, बाल श्रम आदि विषय पर रोचक तरीके से जानकारी दी। समारोह में सीमांत कनार, मेतली, कौली गराली, बंगापानी आदि गांव के जनप्रतिनिधियों के साथ समिति ने काउंसलिंग की।
उत्तराखंड परंपरागत उत्थान समिति के अध्यक्ष और श्रेष्ठ होटल के मालिक श्रीराम सिंह, ग्राम विकास अधिकारी पंकज पंत, कनार के ग्राम प्रधान महेन्द्रसिंह परिहार, मेतली की प्रधान रुकमा देवी, तोली की ग्राम प्रधान गीता देवी, बरम की प्रधान कलावती देवी, कनार के क्षेत्र पंचायत सदस्य जगदीश सिंह परिहार, वरिष्ठ व्यापारी मोहन सिंह परिहार, भीम सिंह परिहार
आदि ने बच्चों को पाठ्य पुस्तकें, खेल सामग्री और अन्य उपहार प्रदान किए। समारोह के दौरान विद्यालय के प्रधानाचार्य प्रेम सिंह धामी, ममता बोरा, गोविंद राम, निर्मला, कविता, नारायण सिंह बोरा, शिवानी भंडारी, ईश्वरी, हेमा, नरेश सोराडी, मीना कठायत आदि को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए प्रबंधक उमेद सिंह बोरा ने बताया कि अत्यंत सीमित संसाधनों से स्कूल से प्रतिवर्ष कई बच्चे नवोदय स्कूल, सैनिक स्कूल में भर्ती हो रहे हैं। जो परिवार आर्थिक स्थिति से कमजोर हैं उनको स्वावलंबी बनाने की कोशिश जारी है। बाल कल्याण समिति ने आस्था विजन एकेडमी की उपलब्धियों को प्रेरणादायक बताते हुए हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया।