उत्तरकाशी
रिपोर्ट रोबिन वर्मा
उत्तरकाशी जिले के पुरोला में लंपी स्किन वायरस की दस्तक से पशुपालन विभाग उत्तरकाशी सक्रिय हो गया, उत्तरकाशी जिले के मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ भरत दत्त ढौंन्डियाल ने स्वयं पशुपालन विभाग की टीम के साथ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया ,मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि संक्रमित पशुओं के इलाज के लिए पशु विभाग उत्तरकाशी के द्वारा कैंप लगाए जा रहे हैं. अब तक जिले में लगभग 50 पशुओं में इस वायरस के होने की पुष्टि हुई है, साथ ही बताया कि उत्तरकाशी जिले के अन्य किसी विकासखंड में अभी तक लंपी स्किन वायरस के मामले सामने नहीं आए हैं, रोकथाम के लिए वैक्सीन मंगाई जा रही है । बीमारी से ग्रसित पशुओं का इलाज विभाग की टीम के द्वारा किया जा रहा है , पशु चिकित्सा अधिकारी नमित विजलवान ने बताया कि अभी तक लंपी स्किन वायरस से पुरोला में किसी पशु की मृत्यु नहीं हुई है।
लंपी स्किन वायरस के लक्ष्मण की जानकारी देते हुए डॉक्टर नमित बिजलवान ने बताया कि गाय भैंस या बैल के शरीर पर गांठे होने लगती है। ये गांठें मुख्य रुप से इन पशुओं के जननांगों सिर और गर्दन पर होती है। उसके बाद वो पूरे शरीर में फैलती है। फिर धीरे धीरे ये गांठें बड़ी होने लगती है। वक्त के साथ ये गांठें घाव का रुप ले लेती है। इस पीड़ा से ज्यादातर पशुओं को बुखार आने लगता है। दूधारु पशु दूध देना बंद कर देते है।