रिपोर्ट रोबिन वर्मा।
उत्तराखण्ड ग्राम्य विकास विभाग द्वारा संचालित ग्रामीण उधम वेग वृद्धि परियोजना (रीप) एवं आजीविका मिशन के अन्तर्गत गठित संगम कलरटर लेवल फेडरेशन ने विकासनगर जनपद देहरादून में प्रिटिंग प्रेस यूनिट का उदघाटन जनपद के परियोजना निदेशक विक्रम सिंह, जिला परियोजना प्रबंधक कैलाश चंद्र भट्ट एवं कलस्टर अध्यक्षा पुष्पा त्यागी द्वारा किया गया। जिला परियोजना प्रबंधक ने बताया कि रीप परियोजना द्धारा राज्य के कृषि एवं गैर कृषि आधारित उधमो की स्थापना कर महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। जनपद देहरादून के विकासखण्ड विकासनगर अंतर्गत गठित संगम स्वायत्त सहकारिता से जुड़ी कई महिलाओं द्धारा जिनके पास भूमि का अभाव है सामुदायिक स्तर पर गैर-कृषि आधारित उधम में रूचि दिखाई गई। जिसके तहत महिलाओं द्वारा सामुदायिक स्तर पर प्रिंटिंग प्रेस युनिट की स्थापना की गई है. जिसके माध्यम से कार्ड प्रिंटिंग आदि के कार्य उनके द्वारा किए जाएंगे।
महिलाओं की रुचि को वास्तविकता में परिवर्तित करते हुए रीप परियोजना द्वारा महिलाओं को सहयोग प्रदान किया गया, महिलाओं द्वारा 10 लाख की प्रिटिंग प्रेस युनिट की स्थापना का कार्य किया गया। जिसमें परियोजना द्वारा कलस्टर को 6 लाख रूपये अनुदान राशि दी गई है एवं 3 लाख बैंक द्वारा ऋण के रूप में औ एक लाख ने अशदान दिया है। इस यूनिट के खुलने से संगम कलस्टर के 20 ग्राम संगठन के 13 स्वयं सहायता समूहों की 1377 महिलायों को लाभ मिलेगा साथ ही स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगी।
कार्यक्रम के दौरान संगम कलस्टर की अध्यक्षा ने बताया कि रीप परियोजना द्वारा अब तक कलक्टर से जुड़े 86 परिवारों को 35000/- प्रति परिवार की दर से रुपये 25,10,000/- ऋणमुक्त धनराशि के रूप में अल्ट्रा पूअर पैकेज प्रदान कर महिलाओं की आजीविका वृद्धि में सहयोग प्रदान किया गया है, साथ ही 18 परिवारों को विभिन्न लघु उद्यमों की स्थापना हेतु 5.85,000/- रूपये का सहयोग प्रदान किया जा चुका है। इसके अतिरिक्त कलस्टर से जुडे 60 लोगों को विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान कर स्किल डेवलप्मेन्ट का कार्य किया जा रहा है। वहीं परियोजना द्वारा वर्तमान तक 13,77,000/- का अंश के रूप में महिलाओं को सहयोग दिया गया है। जिसके कारण आज महिलाएँ व्यक्तिगत एवं सामुदायिक स्तर पर व्यवसाय कर अपनी आजीविका में वृद्धि करने हेतु सक्षम बन रही है। कार्यक्रम के दौरान विकासनगर के खण्ड विकास अधिकारी शक्ति प्रसाद भट्ट द्वारा महिलाओं को प्रिंटिंग प्रेस के साथ-साथ फलैक्स, बैनर आदि प्रिंट करने हेतु सुझाव दिए गए एवं उन्हें प्रोत्साहित किया गया वहीं रीप परियोजना के जिला परियोजना प्रबन्धक कैलाश चन्द्र भट्ट द्वारा बताया गया कि वर्तमान तक रीप परियोजना द्वारा जनपद देहरादून में लगभग 2000 से अधिक महिलाओं को व्यक्तिगत उद्यम स्थापना हेतु सहयोग प्रदान किया जा चुका है, जिससे महिलाओं को आजीविका की प्राप्ति हो रही है एवं यह आत्मनिर्भर बन रहीं हैं। इसके अतिरिक्त जिला परियोजना प्रबन्धक द्वारा महिलाओं को आपसी सहयोग कर एक दूसरे के उत्पादों को कय एवं विक्रय करने हेतु भी प्रोत्साहित किया गया, जिससे महिलाओं को उनके अपने क्षेत्र में ही आसानी से बाजार की उपलब्धता हो तथा उनके व्यवसाय में वृद्धि हो एवं क्षेत्रीय लोगों को रोजगार की प्राप्ति हो।
कार्यक्रम के दौरान महिलाओं द्वारा मुख्य अतिथि विक्रम सिंह (परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए.) से उनके प्रिंटिंग प्रेस हेतु यथा संभव सरकारी कार्यालयों से ऑर्डर दिलवाने की माँग की गई। महिलाओं द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए परियोजना निदेशक महोदय द्वारा उनको ऑर्डर देने के यथासंभव प्रयास करने हेतु उन्हें आश्वस्त किया गया साथ ही महिलाओं को उनके कार्य में प्रगति करने एवं व्यवसाय वृद्धि हेतु मार्गदर्शन दिया गया।
।उपरोक्त के अतिरिक्त परियोजना निदेशक द्वारा महिलाओं को जनपद स्तर पर बिकी करने हेतु भी प्रोत्साहित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विक्रम सिंह (परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए.), कैलाश चन्द भट्ट (जिला परियोजना प्रबन्धक, रीप), शक्ति प्रसाद भट्ट (खण्ड विकास अधिकारी, विकासनगर), कलस्टर अध्यक्षा श्रीमती पुष्पा त्यागी, कलस्टर सचिव श्रीमती मीनू पुन, कलस्टर कोषाध्यक्ष श्रीमती रजनी धीमान एवं रीप तथ एन.आर.एल.एम. के जनपद एवं विकासखण्ड स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।