रोबिन वर्मा
उत्तराखंड में 10 और 10 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक और जूनियर स्कूलों के एकीकरण की तैयारी शिक्षा विभाग के द्वारा की जा रही है। आपको बता दें कि नई शिक्षा नीति के अनुसार 3 से 5 किलोमीटर के दायरे में अलग-अलग 5 से6 स्कूलों की बजाए एक ही संसाधन युक्त केंद्रीकृत बनाया जाएगा। महानिदेशक शिक्षा बंशीधर भगत ने सभी डीईओ से सभी स्कूलों की सूची एवं प्रस्ताव मांगे हैं । इससे पहले भी वर्ष 2020-21 में 300 स्कूलों का एकीकरण हो चुका है। कम छात्र संख्या वाले स्कूलों का एकीकरण के बाद उन स्कूलों में मौजूद संसाधनों का अन्य स्कूलों में उपयोग किया जाएगा। और सरकार का मानना है कि अन्य स्कूलों में भी एकीकरण के बाद पर्याप्त संसाधन एवं शिक्षक उपलब्ध रहेंगे। इसे सरकार पर भी अतिरिक्त खर्चे का बोझ नहीं पड़ेगा और स्कूलों में पर्याप्त संसाधन और शिक्षक मौजूद रहेंगे। केंद्रीकृत स्कूल में निजी स्कूलों की तरह ही हर क्लास के लिए शिक्षक नियुक्त किया जाएगा, सूत्रों के अनुसार सभी जिलों के डीईओ को प्रस्ताव 2021 के अनुसार तैयार करने को कहा गया है और नई सरकार बनने के बाद इन प्रस्तावों पर कार्यवाही शुरू करवा दी जाएगी। विद्यालयों के एकीकरण के बाद सरकार पर अतिरिक्त बोझ भी नहीं पड़ेगा और और जिन स्कूलों में संसाधनों की कमी है उनकी पूर्ति भी हो जाएगी पर्याप्त मात्रा में शिक्षक सभी स्कूलों में उपलब्ध हो जाएंगे क्योंकि 3000 स्कूलों के एकीकरण के बाद इन स्कूलों के शिक्षकों को जिन स्कूलों में शिक्षकों की कमी है वहां पर तैनात करवा दिया जाएगा।